सावधान अन्ना!
लगता है अन्ना टीम एक बार फिर जल्दबाजी में है. यह जल्दबाज़ी जन लोकपाल में देरी से उपजी जरुर है लेकिन जल्दबाजी इस बात की चेतावनी है कि कांग्रेस को वोट नहीं देना ,यह धोखेबाज़ पार्टी है...समय के पूर्व जल्दबाजी में दिया गया अपरिपक्व बयान लगता है कांग्रेस को लेकर अन्ना हजारे या अन्ना टीम का जो भी अनुभव हो , दुराभाव हो या मत और मन हो ...अभी से सीधे यह सन्देश देना कि जन लोकपाल बिल में देर हो तो कांग्रेस को वोट मत देना अनुपयुक्त है. अन्ना टीम ने हिसार उप चुनाव के लिए इसी तरह का एक विडियो भी जारी कर दिया है . अरविन्द केजरिवाल इस विडियो को लेकर हिसार जा रहे है और किरण बेदी ,प्रशांत भूषण भी पहुँच कर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगें .
इस तरह के आक्रमण के लिए अन्ना के पास अभी बहुत वक़्त था फिर अन्ना और उनकी टीम किस जल्दबाजी में है ....इस तरह से वे अपनी लाइन खो सकते हैं ..अभी देश अन्ना की तरफ बहुत आस लगाए बैठा है ऐसे में अन्ना और साथियों को न केवल परिपक्वता दिखाना चाहिए है बल्कि परिपक्वता रखना भी है ,और यह भी याद रखन चाहिए कि बेवजह आक्रामक बयान देना भी एक तरह से हिंसक वृति है .किसी भी अहिंसक आन्दोलन का मतलब हाथापाई और तोड़फोड़ ही नहीं है विचारों में भी अहिंसकता भी बेहद जरुरी है ...
अन्ना को शिवाजी भी कहा गया है शायद इसीलिए इतनी आक्रामकता हो लेकिन शिवाजी का रुख जो आक्रामक था वह उनका नैसर्गिक स्वभाव था उसमे कोई दो -राह नहीं थी और तब की आवश्यकता भी यही थी आज अन्ना को मुद्दा जीवंत रखना है और उसे अंजाम भी देना है तो संयत और धैर्य भी रखना होगा . आप सरकार पर चढ़ बैठे यह जरुरी है लेकिन सड़क पर खड़े होकर उसे चाबुक लगाएं यह नहीं होना चाहिए. धीरता नहीं होगी तो आप अपने मिशन में फ़ैल हो जायेंगें .फिल वक़्त अन्ना इस धीरता को खोते नज़र आ रहे हैं उन्हें संभलना होगा और अपने मार्ग पर तद अनुसार ही बढ़ना होगा .लगता है अन्ना टीम एक बार फिर जल्दबाजी में है. यह जल्दबाज़ी जन लोकपाल में देरी से उपजी जरुर है लेकिन जल्दबाजी इस बात की चेतावनी है कि कांग्रेस को वोट नहीं देना ,यह धोखेबाज़ पार्टी है...समय के पूर्व जल्दबाजी में दिया गया अपरिपक्व बयान लगता है कांग्रेस को लेकर अन्ना हजारे या अन्ना टीम का जो भी अनुभव हो , दुराभाव हो या मत और मन हो ...अभी से सीधे यह सन्देश देना कि जन लोकपाल बिल में देर हो तो कांग्रेस को वोट मत देना अनुपयुक्त है. अन्ना टीम ने हिसार उप चुनाव के लिए इसी तरह का एक विडियो भी जारी कर दिया है . अरविन्द केजरिवाल इस विडियो को लेकर हिसार जा रहे है और किरण बेदी ,प्रशांत भूषण भी पहुँच कर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करेंगें .
इस तरह के आक्रमण के लिए अन्ना के पास अभी बहुत वक़्त था फिर अन्ना और उनकी टीम किस जल्दबाजी में है ....इस तरह से वे अपनी लाइन खो सकते हैं ..अभी देश अन्ना की तरफ बहुत आस लगाए बैठा है ऐसे में अन्ना और साथियों को न केवल परिपक्वता दिखाना चाहिए है बल्कि परिपक्वता रखना भी है ,और यह भी याद रखन चाहिए कि बेवजह आक्रामक बयान देना भी एक तरह से हिंसक वृति है .किसी भी अहिंसक आन्दोलन का मतलब हाथापाई और तोड़फोड़ ही नहीं है विचारों में भी अहिंसकता भी बेहद जरुरी है ...
इसलिए भी की अन्ना आज देश के महत्वपूर्ण व्यक्तित्व भी है और विश्वास भी .. उन्हें समझ लेना चाहिए वे एक राजनेता यदि नहीं हैं तो वे राजनेता की तरह दिखे भी नहीं और एक बार राजनेता कि तरह पहचान लिए गए तो विश्वास आधा निकल जाएगा फिर वो न तो बनेगा और न तो ऐसा दिखेगा जो आज है इसलिए सावधान अन्ना!
सुरेन्द्र बंसल
सुरेन्द्र बंसल
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