Powered By Blogger

Thursday, June 9, 2011

literacy

‎" साक्षरता "
गणित के अंकों और भाषा के शाब्दिक ज्ञान
से ही साक्षरता नहीं होती ,
व्यक्ति की साक्षरता उसके अंतर्मन से उपजती है
जो दान,दया ,ज्ञान ,सीख और अनुभव से प्राप्त होती है.
मन की वैचारिकता में दान- दया का भाव, ज्ञान की ललक,
सीख की इच्छा और अनुभव की योग्यता है
तो वह व्यक्ति साक्षर है.
सुरेन्द्र बंसल
16MARCH2003/ 2AM

No comments:

Post a Comment

thanks for coming on my blog